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Top 3 MSME Loan Schemes for Woman: इन 3 योजनाओं में महिलाओं को मिलेगा ₹10,000 से ₹2,00,000 तक लोन | MSME Loan

Top 3 MSME Loan Schemes for Woman: जब से देश में मोदी सरकार आई है तब से सरकार लगातार महिलाओं के उत्थान के लिए तरह तरह की योजनाएं लॉन्च करती आ रही है. इन योजनाओं ने कई महिलाओं का उद्धार किया है, और आज वो आर्थिक स्वतन्त्रता महसुस कर रही है.
सरकार ने महिलाओं को बिजनेस शुरु करने के लिऐ बिजनेस लोन देने के लिए भी कई स्कीम्स बनाई. जिसमें महिलाओं को बिजनेस करने के लिए 10,000 रुपये से 2 लाख रुपये तक का बिजनेस लोन दिया जाता है. साथ ही कुछ योजनाओं में तो बिलकुल फ्री में पैसे दिए जा रहे है.
इसलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको महिलाओं के लिए 3 ऐसी योजनाओं के बारे में बताने जा रहे है जिसमें आवेदन करके भारत के सभी राज्य की महिलाएं सरकार से लोन ले सकती है साथ ही कुछ स्कीम्स में तो आपको सब्सिडी यानी छूट भी मिल जाती है यानी लोन की राशी माफ भी हो जाती है.
Top 3 MSME Loan Schemes For Woman
महिला उद्यमियों के लिए एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) ऋण योजनाएँ आर्थिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण साधन हैं। सरकार और विभिन्न वित्तीय संस्थान महिलाओं को व्यवसाय शुरू करने और बढ़ाने में सहायता के लिए विशेष ऋण योजनाएँ प्रदान करते हैं।
मुद्रा योजना, महिला उद्यम निधि, स्टैंड अप इंडिया और अन्नपूर्णा योजना जैसी योजनाएँ कम ब्याज दर, लंबी पुनर्भुगतान अवधि और बिना गारंटी के ऋण उपलब्ध कराती हैं। ये योजनाएँ महिलाओं को स्वावलंबी बनाने, रोजगार सृजन करने और देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देने में सहायक होती हैं, जिससे समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलता है।
स्वर्णिमा लोन योजना
राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग वित्त और विकास निगम (NBCFDC) के द्वारा चलाई जाने वाली इस योजना के तहत पिछडे़ वर्ग की महिलाएं जिनकी वार्षिक पारिवारिक आय 3 लाख रुपये से कम है उन्हें बिजनेस करने के लिए 2 लाख रुपये तक Business loan दिया जाता है. इस लोन पर बहुत ही कम ब्याज दर रखी गई है.

स्वर्णिमा लोन योजना भारत सरकार द्वारा महिलाओं के उद्यमिता को प्रोत्साहित करने के लिए शुरू की गई एक विशेष योजना है। यह योजना विशेष रूप से पिछड़े और वंचित वर्गों की महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से बनाई गई है। इसके तहत महिलाएं बिना किसी गारंटी के 2 लाख रुपये तक का ऋण प्राप्त कर सकती हैं, जिससे वे अपना छोटा व्यवसाय शुरू कर सकती हैं। इस योजना का लाभ राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम (NBCFDC) के माध्यम से दिया जाता है। यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देने का कार्य करती है।
योजना | स्वर्णिमा लोन योजना |
लाभार्थी | पिछडे़ वर्ग की महिलाएं (OBC) |
लोन की राशी | 2 लाख रुपये |
ब्याज दर | 2% सालाना |
वेबसाइट | https://nbcfdc.gov.in |
स्वर्णिमा लोन कौन ले सकता है?
भारत सरकार की ये योजना सिर्फ महिलाओं के लिए शुरु की गई है. जिसमें आवेदन करने के लिए निम्न शर्तों को पूरा करना होगा:
- स्वर्णिमा योजना सिर्फ पिछडे़ वर्ग की महिलाओं के लिए है.
- आवेदक महिला की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिये.
- आवेदक महिला की पारिवारीक वार्षिक आय तीन लाख रुपये से कम होनी चाहिए.
How To Apply For Swarnima Loan
चरण 1: आवेदक को निकटतम एससीए कार्यालय जाकर स्वर्णिमा योजना के लिए निर्धारित फॉर्म भरकर आवेदन करना होगा। आप अपना निकटतम एससीए कार्यालय इस लिंक पर पा सकते हैं – https://nsfdc.nic.in/channel-patrners/scas
चरण 2: लिंक पर जाने के बाद उपर सर्च बार में अपने राज्य का नाम टाइप करना होगा. फिर नीचे आपके निकटतम एससीए कार्यालय का पता, ई मैल और मोबाईल नंबर मिल जाएगा.
चरण 3: आप इस कार्यालय में फिजिकली भी दौरा कर सकते है या आगे वेबसाइट लिंक पर क्लिक करके लोन के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. (यदि मौजूद हो)
चरण 4: आवेदन पत्र में आवश्यक विवरण दर्ज करें और व्यवसाय और प्रशिक्षण आवश्यकताओं, यदि कोई हो, की जरूरतों और विकल्प का उल्लेख करें।
चरण 5: अपना आवेदन पत्र और आवश्यक दस्तावेज उसी एससीए कार्यालय में जमा करें। आवेदन की समीक्षा के बाद एससीए द्वारा ऋण स्वीकृत किया जाएगा।
उद्योगिनी लोन योजना
उद्योगिनी योजना महिलाओं को बिजनेस शुरु करने में आर्थिक मदद करने वाली योजना है जिसमें कोई भी महिला जो बिजनेस करना चाहती है वो सस्ता बिजनेस लोन ले सकती है और साथ ही बिजनेस की ट्रैनिंग भी ले सकती है.
मोदी सरकार ने जिस तरह से MSME उद्योग को लोन देने के लिऐ पीएम मुद्रा योजना की शुरुआत की है जिहमें आवेदक को अलग अलग श्रेणियों में 10 लाख तक का लोन दिया जाता है ठिक उसी प्रकार उद्योगिनी योजना के तहत महिलाओं को बिजनेस करने के लिए 3 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है.
उद्योगिनी योजना की शर्तें
इस योजना का फायदा हर महिला को मिल सके, इसके लिए सरकार ने इसकी शर्तों को बहुत ही आसान रखा है. जिससे हर महिला आवेदन करके लोन लेकर अपना बिजनेस अच्छे से चला सके कुछ शर्ते निम्न प्रकार है:
- उद्योगिनी योजना के तहत लोन लेने के लिए महिला का एक रजिस्टर्ड कारोबार होना चाहिए.
- महिला कर्नाटक राज्य की निवासी होनी चाहिए, क्योंकि यह योजना सिर्फ कर्नाटक राज्य की महिलाओं के लिए है.
- इस योजना के तहत आवेदन करने पर अधिकतम 3 लाख रुपये तक का ही लोन मिल सकता है.
- इस योजना में आवेदन करने के लिए महिला की उम्र 18 साल से लेकर 55 साल के बीच होनी चाहिए.
- आवेदक महिला की पारिवारिक वार्षिक आय 150000 रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए.
- विधवा और विकलांग महिलाओं के लिए आई की कोई सीमा नहीं रखी गई है.
उद्योगिनी लोन के लिए आवेदन कैसे करें?
उद्योगिनी योजना में आवेदन करके औद्योगिक लोन लेने के लिए आपको सबसे पहले बैंक से उद्योगिनी लोन फॉर्म लेना होगा या फिर आप उस बैंक की वेबसाइट पर जाकर फॉर्म डाउनलोड भी कर सकते हैं. और साथ में फॉर्म लेने के बाद में फॉर्म पूरा भरना होगा.
फॉर्म में बताए गए सभी डाक्यूमेंट्स संलग्न करके फॉर्म को बैंक में जमा कर देना है इसके बाद में आपको लगातार बैंक से पूछताछ करते रहना है, जब भी आपका लोन अप्रूव होगा तो आपके बैंक खाते में बैंक के द्वारा यह लोन की राशि क्रेडिट कर दी जाएगी.
स्टैंड-अप इंडिया स्किम (Stand Up India)
स्टैंड-अप इंडिया योजना महिला उद्यमियों और समाज के SC / ST वर्ग के तहत आने वाले महिला पुरुषों को लोन मुहैया कराती है। इस योजना का उद्देश्य प्रत्येक बैंक शाखा में से कम से कम एक SC / ST आवेदक और एक महिला उद्यमी को अपने स्वयं के बिजनेस (व्यवसाय) को स्थापित करने में सक्षम बनाने के लिए 10 लाख से 1 करोड़ रुपये तक के लोन देने में मदद करना है।
योजना का नाम | स्टैंड-अप इंडिया योजना |
लोन राशि | ₹10 लाख से एक करोड़ तक |
ब्याज दर | बैंक का MCLR + 3% + टेन्योर प्रीमियम |
लोन आवधि | 7 साल |
न्युनतम आयु | 18 वर्ष |
यह स्कीम वित्त मंत्रालय (Ministry Of Finance) ने 5 अप्रैल 2016 को MSME Loan प्रदान करने के लिए शुरु की थी. इस योजना के तहत मिला हुआ लोन अमाउंट आप अपने पर्सनल इस्तेमाल में नहीं ले सकते, बिजनेस से जुडे़ काम में ही ये पैसे इस्तेमाल कर सकते हैं.
स्टैंड-अप इंडिया स्कीम ब्याज दर (Intrest Rate)
अब ब्याज दर की बात करें तो ये बैंक का MCLR + 3% + टेन्योर प्रीमियम पर निर्भर करता है जो अलग-अलग बैंक के हिसाब से अलग अलग हो सकता है. साधारणत: ये 8% से 12% तक हो सकता है.
लोन की अवधि 7 साल के अंदर करना होगा जिसमें मोरटोरियम 18 महीने का टाइम है. सिर्फ एक चीज आपको ध्यान रखनी होगी की लोन लेते समय आपको बैंक के पास कुछ कॉलेटरल सिक्योरिटी यानी की कुछ गिरवी रखना होगा.
स्टैंड-अप इंडिया योजना के लिए पात्रता
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति (SC/ST) का कोई भी महिला पुरुष आवेदन कर सकता है.
- सभी कैटेगरी (OBC, SC, ST, GENERAL) की महिलाएं इस योजना का फायदा ले सकती है.
- आवेदक की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिये.
- योजना के अंतर्गत सहायता केवल नई (ग्रीनफ़ील्ड) परियोजनाओं के लिए उपलब्ध है।
- गैर-व्यक्ति उद्यम के मामले में, 51% शेयरधारिता या नियंत्रक हिस्सेदारी अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और/या महिला उद्यमी के पास होनी चाहिए।
- आवेदक किसी बैंक या वित्तीय संस्था से डिफॉल्टर ना हो।
स्टैण्ड-अप स्कीम आवश्यक दस्तावेज
- पासपोर्ट साइज़ फोटो
- पहचान प्रमाण: पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, मतदाता
- पैन कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- नवीनतम व्यवसाय का पता प्रमाण
- कंपनी के मेमोरेंडम ऑफ ऐसोसिएशन
- पिछले 3 साल की बैलेंस शीट
- रेंट एग्रीमेंट
- प्रमोटर और गारंटी के एसेट्स और लाइबिलिटी स्टेटमेंट
स्टैण्ड-अप इंडिया योजना में आवेदन कैसे करें? (Stand Up India Loan Apply Online)
- सबसे पहले स्टैंड अप इंडिया की ऑफिशियल वेबसाइट https://www.standupmitra.in/Login/Register पर जाना होगा.
- यहां अपना नाम, मोबाईल नंबर, ई मेल एड्रेस डालकर “Generate OTP” पर क्लिक करें.
- ओटिपी डालकर वेरीफाई करते ही आपके सामने फॉर्म खुलकर आ जाएगा.
- फॉर्म में पर्सनल डिटैल में आपको अपना लिंग, वर्ग, जिला और राज्य का चुनाव करना होगा.
- प्रोफेशनल डिटेल में शिक्षा, जॉब, व्यवसाय और सालाना इनकम की जानकारी देनी होगी.
- ये सारी जानकारी भरने के बाद फॉर्म को सबमिट कर देना होगा.
रजिस्टर पर क्लिक करके आवेदक संबंधित लोन संस्थान में स्टैंड-अप इंडिया योजना के लिए आवेदन कर सकेगा और उनके अधिकारी आगे की औपचारिकताओं के लिए संपर्क करेंगे.
निष्कर्ष
महिला एमएसएमई ऋण योजनाएँ न केवल उद्यमशीलता को बढ़ावा देने का माध्यम हैं, बल्कि आर्थिक सशक्तिकरण का भी एक महत्वपूर्ण जरिया हैं। सरकार और वित्तीय संस्थानों द्वारा प्रदान की जाने वाली इन योजनाओं से महिलाओं को उनके व्यावसायिक लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिलती है।
Application Form
कम ब्याज दर, आसान ऋण प्रक्रियाएँ और अनुदान जैसी सुविधाएँ महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। ऐसे में, इन योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाकर महिलाएँ न केवल अपने व्यवसाय को बढ़ा सकती हैं बल्कि देश की अर्थव्यवस्था में भी योगदान दे सकती हैं। महिलाओं के लिए एमएसएमई ऋण योजनाएँ उनके उज्जवल भविष्य की दिशा में एक सशक्त कदम हैं।
